रूप चतुर्दशी
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को रूप चौदस, काली चौदस, नरक चतुर्दशी, छोटी दिवाली आदि नामों से पुकारा जाता है। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी हनुमान जी का जन्म
धनतेरस (कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी)
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को सायंकाल में यम-दीपदान किया जाता है। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धन त्रयोदशी या धन तेरस कहा जाता है। इस दिन प्रदोष
दीपावली उत्सव
दीपावली का सभी त्यौहारों में अपना विशेष स्थान है। किसी देव या देवी के सम्मान में किया गया यह केवल एक उत्सव नहीं है, जैसा कि कृष्ण
श्राद्ध का शास्त्रीय स्वरूप
श्राद्ध के बारें में शास्त्रों में भी बहुत वर्णन है। उन्ही में से कुछ बातें इस पोस्ट के माध्यम से जानते है। श्राद्ध या पितृ
बसंत पंचमी
माघ शुक्ला पंचमी बसंत पंचमी के नाम से विख्यात है। यह वैदिक कालीन पर्व है। इस दिन बालकों का उपनयन कर उन्हें महर्षि अपने विद्यापीठ
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख और लोकप्रिय पर्व है। इस त्यौहार को हर साल जनवरी के महीने में मनाया जाता है।
शरद पूर्णिमा का इतना विशेष महत्व क्यों है?
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरत्पूर्णिमा कहते है। यह उत्सव रात्रि में किया जाता है। शरद पूर्णिमा की रात्रि को ही कृष्ण
विजयादशमी पर्व विशेष
विजयादशमी वर्ष की तीन अत्यंत शुभ तिथियों में से एक है। इसीलिए इस दिन बच्चो को अक्षरज्ञान प्रारम्भ कराते है तथा इसी दिन लोग नया
दुर्गा नवमी 2020 में 24 अक्टूबर को क्यों ?
दुर्गा नवमी 2020 में 25 अक्टूबर प्रातःकाल तक है तब भी दुर्गा नवमी 24 को ही मनेगी। दुर्गा महा नवमी पूजा 2020 की तारीख अक्टूबर
व्यक्तित्व विकास : स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं के आधार पर
व्यक्तित्व विकास : आज हम स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं के आधार पर व्यक्तित्व विकास की 6 शीर्ष युक्तियों को जानेंगे। (Personality Development Tips on Basis
तांबा, पीतल आदि के बर्तन में भोजन करने के स्वास्थ्य लाभ
स्वास्थ्य के लिए अच्छा खाना ही मायने नहीं रखता। हम कौनसी धातु के बर्तन में खाना खाते है यह भी महत्व रखता है। ताम्बा, पीतल,
महीनों के नाम किस आधार पर रखे गए है ?
महीनों के नाम किस आधार पर रखे गए है ? मास शब्द का एक अर्थ चंद्र है। माह शब्द भी चन्द्रवाचक ‘मास’ शब्द से बना
वर्षा ऋतु का नामकरण किस आधार पर किया गया है ?
वर्षा ऋतु में श्रावण (नभ) और भाद्रपद (नभस्य) मास आते है। श्रावण और भाद्रपद मासों के प्रचलित नाम है। नभ और नभस्य मासों के वैदिक
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव संवत्सर का आरंभ क्यों माना जाता है ?
नव संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को आरंभ होता है। ऋतुओं के परिवर्त को संवत्सर कहते है। ब्रह्मपुराण में आया है कि ब्रह्माजी ने चैत्र मास
नारद के 5000 वर्ष प्राचीन सुशासन के सिद्धांत
सुशासन (Good Governance) अर्थात अच्छा शासन। श्रीमद् भगवतगीता, यजुर्वेद, महाभारत, चाणक्य के अर्थशास्त्र, शुक्रनीति आदि में सुशासन के विस्तृत नियम वर्णित है। सुशासन किसी भी
ग्रीष्म ऋतु का नामकरण किस आधार पर किया गया है ?
ग्रीष्म ऋतु में ज्येष्ठ (शुक्र) और आषाढ़ (शुचि) मास आते है। ज्येष्ठ और आषाढ़ मासों के प्रचलित नाम है। शुक्र और शुचि मासों के वैदिक
बसन्त ऋतु का नामकरण किस आधार पर किया गया है ?
बसन्त ऋतु में चैत्र (मधु) और वैशाख (माधव) मास आते है। चैत्र और वैशाख मासों के प्रचलित नाम है। मधु और माधव मासों के वैदिक
मास (माह / महीना) परिचय : भारतीय काल गणना
मास निम्न प्रकार के होते है : चंद्र/चांद्रमास सौरमास नाक्षत्रमास सावनमास मास शब्द का एक अर्थ चंद्र है। माह शब्द भी चन्द्रवाचक ‘मास’ शब्द से
महात्मा भीष्म के अनुसार कैसा होना चाहिए एक राजा का आचरण
भगवान श्री कृष्ण युद्धिष्ठिर से कहते है कि नरश्रेष्ठ भीष्म जी के स्वर्गवासी हो जाने पर सारे ज्ञान लुप्त हो जायेंगे। इसलिए आप गंगानन्दन भीष्म
चाणक्य नीति : जानने योग्य बातें
चाणक्य नीति : जानने योग्य बातें:
भारतीय काल गणना : संवत्सर
भारतीय संस्कृति में हर उत्सव, व्रत, पर्व अथवा त्यौहार को करने का एक नियत समय होता है। भारतीय काल गणना से ही हमें व्रत उत्सव
श्रीराम भगवान के अवतार की प्राचीनता कितनी है
श्रीराम भगवान के अवतार की प्राचीनता के बारें में जानते है। आज से 8,69,121 वर्ष पूर्व त्रेता युग समाप्त होकर द्वापर युग प्रारम्भ हुआ था।
पर्यावरण सहिष्णु वृक्षारोपण
वृक्षारोपण? रूकिए? कहीं आप एक ही प्रकार के वृक्षों का पौधारोपण कर पर्यावरण असन्तुलन की ओर तो नहीं बढ़ रहे हैं? पर्यावरण संतुलन के लिए
भारतीय संस्कृति को अंको के माध्यम से जानिये
भारतीय संस्कृति को अंको के माध्यम से जानिये। 2 अयन : दक्षिणायन, उत्तरायण पक्ष : कृष्ण पक्ष, शुक्ल पक्ष 3 धरा पर अवस्थित अग्नि :
व्रत : वैदिक ग्रंथो के आधार पर व्रत परिचय
व्रत से आत्मा शुद्ध होती है। संकल्पशक्ति शक्ति बढ़ती है। वैदिक संहिताओं (ऋग्वेदीय संहिताओं के अतिरिक्त) और उपनिषदों में व्रतों के दो अर्थ लिखे हुए
संकल्प और आचमन क्या होता है?
संकल्प क्या होता है ?किसी कार्य के लिए शपथ उठाना, दृढ़ प्रतिज्ञा करना ही संकल्प है। शपथ कभी कभी गलत कार्य करने के लिए भी
तिथियों के नियम क्या कहते है : भारतीय काल गणना
तिथियों के नियम के सन्दर्भ में श्रुति में आया है कि दोपहर के पूर्व का समय देवो का होता है, मध्यान्ह ( दोपहर) वाला मनुष्यों
तिथि क्या होती है
चंद्रमा के एक दिन को तिथि कहते है। जैसे प्रतिपदा (एकम), द्वितीया, चतुर्थी, एकादशी, अमवस्या, पूर्णिमा आदि । सूर्य से 12 अंश की दूरी तक
होली पर्व – भारतवर्ष का आनंद और उत्साह का अति प्राचीन उत्सव
होली अर्थात होलिका भारतवर्ष का आनंद और उत्साह का अति प्राचीन उत्सव है जिसे अनादि काल से मनाया जा रहा है। भिन्न-भिन्न काल खण्डो में