दो परदे की हांडी वाली सूर्यदेव की कहानी
दो परदे की हांडी : प्यारी बाई के कहानी संग्रह से ली गयी दशामाता पर्व की कहानी पुराने समय की बात है सूर्यनारायण भगवान की जो माताजी है वो एक दिन प्रजापत के पास जाती है और बोलती है कि हे प्रजापत हमे दो परदे वाली हांडी बना कर दे दे। प्रजापत उन्हें वैसी हांडी